Showing posts with label Hot adult shayari. Show all posts
Showing posts with label Hot adult shayari. Show all posts

Saturday, December 28, 2013

Hindi Hot adult shayari

अर्ज़ किया है:
उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो;
उड़ती हुई फ्रॉक को काबू में रखो; 
वाह! वाह!
पैंटी ना पहनो कोई बात नहीं, कम से कम बगीचा तो साफ़ रखो।



अर्ज़ किया है:
नादान है कितनी वो, कुछ समझती ही नहीं;
सीने से लिपटकर पूछती है, "ये नीचे से क्या चुभ रहा है?"



हमारी एक मुस्कुराहट पर वो हमसे सेक्स कर बैठे;
वाह वाह।
हमारी एक मुस्कुराहट पर वो हमसे सेक्स कर बैठे;
वो पैंटी पहनने ही वाली थी कि हम फिर से मुस्कुरा बैठे।



रात होगी तो कंडोम भी दुहाई देगा;
टांगो के बीच सारा जहां दिखाई देगा;
ये काम है जानी, जरा संभलकर करना;
एक कतरा भी गिरा तो 9 महीने बाद सुनाई देगा।



गम में भी हमको जीना आता है;
सेक्स करके भी पसीना आता है;
एक हम हैं कि तुम्हें अक्सर मैसेज करते हैं;
एक तुम्हारा मैसेज है, जैसे औरतों को महीना आता है